इस आर्टिकल मे हम आपको लिविंग फेंस अर्थात् जीवित बाड़ के बारे मे बताएंगे जो कार्य हमने अपने मेरी माटी फार्म मे कराया है। लिविंग फेंस क्या होता है ? लिविंग फेंस मे कौन कौन से पेड़ पौधे उपयोग मे लाये ? लिविंग फेंस क्यों कराये ? लिविंग फेंस क्यों बेहतर है नार्मल लोहे के तार वाले फेंस के मुकाबले ? लिविंग फेंस की इम्पोर्टेंस (importance) ? लिविंग फेंस के फायदे ? लिविंग फेंस क्यों क्लाइमेट चेंज (climate change) को रोकने मे मदद करता है ? इन सब के बारे मे इस आर्टिकल मे आपको बताएंगे।
लिविंग फेंस क्या होता है
हम अगर अपने जमीन की बाउंड्री पेड़ पौधों की मदद से बनाये और ऐसे बनाये जिससे कोई अंदर आने की हिम्मत ही ना कर सके तो उसे हम लिविंग फेंस अर्थात् जीवित बाड़ कहेंगे। अब आप बोलेंगे की पेड़ पौधों की मदद से बाड़ कैसे बनाये ? प्रकृति ने ऐसे पेड़ पौधे बनाये है जो हम जीवित बाड़ बनाने मे उपयोग कर सकते है, उनमे ज्यादातर हम कांटे वाले पेड़ पौधों का उपयोग कर सकते है।
लिविंग फेंस मे कौन कौन से पेड़ पौधे उपयोग मे लाये
हमने मेरी माटी फार्म की बाउंड्री 3-लेयर (3 layer) मे करी है। पहले लेयर मे हमने लैंटाना (lantana), बेशरम (Bush Morning Glory) पौधे लगाए जो की यहाँ के नेटिव प्लांट्स मे आते है । दूसरे लेयर मे हमने चंद्रज्योति (chandrajyoti) पौधा लगाया है जो की एक आयुर्वेदिक प्लांट है. इन दोनों लेयर मे कांटे वाले पौधे नहीं है। इन पौधों से पशु (गाय, बकरी) दूर रहना पसंद करते है, इनको खाना तो दूर की बात है। तीसरे लेयर मे आता है कांटे वाले पौधे जो की कैक्टस (cactus) है।
जैसा की आप सब लोग जानते ही होंगे कैक्टस (cactus) के बारे मे की उनमे कांटे होते है जिसके कारण उनके पास आने मे लोग और जानवर दोनों ही घबराते और डरते भी है क्योकि कैक्टस (cactus) सिर्फ कांटा ही नहीं चुभता बल्कि कुछ कैक्टस (cactus) मे ऐसे चेमिकल्स (chemicals) होते है जो आपको इर्रिटेशन (irritation), खुजली या कोई नेगेटिव (negative) असर छोड़ सकते हे आपके शरीर पर। कैक्टस एक आयुर्वेदिक पौधा भी है। कैक्टस कई तरह के होते है। कैक्टस के साथ हमने अगावे (agave) भी लगाए है जो की अपने आप मे कांटे वाला पौधा है। कैक्टस और अगावे (agave) साथ मे डबल प्रोटेक्शन (double protection) का काम करते है। कैक्टस (cactus) और अगावे (agave) के बारे मे हम आपको आगे किसी आर्टिकल मे बताएंगे जो हमने मेरी माटी फार्म मे लगाए है।
लिविंग फेंस क्यों कराये ?
लिविंग फेंस आपके बाउंड्री को हरियाली रखेगा। अगर आप कंक्रीट या सीमेंट का फेंस रखेंगे तो वहा हरयाली नहीं रहेगी, बल्कि कोई चाहे तो उसमे घुस सकता है। जीवित बाड़ होने के कारण ऑक्सीजन ही ऑक्सीजन रहेगा आपके फार्म या घर पे। कंक्रीट ग्लोबल वार्मिंग (global warming) को बढ़ावा देता है जिससे क्लाइमेट चेंज (climate change) बढ़ रहा है हमारे पृथ्वी पर।
हम यहाँ मेरी माटी फार्म पर परमाकल्चर (permaculture) कर रहे है जो की दो शब्दो से बना है – ‘परमा’ मतलब पर्मनेंट (permanent) या ‘स्थायी’ या जो न बदले और ‘कल्चर’ मतलब ‘एग्रीकल्चर’ (agriculture)। यह एक प्राकृतिक कृषि सिद्धांत है जो की प्राकृतिक खेती है।
आज जहां हर जगह जब पचास डिग्री सेल्सियस (50 degree celsius) आम बात हो गई है। गर्मी के दिनों मे घर से बाहर निकलने मे हम दस बार सोचते है। लोग AC कमरों मे घुसे रहने पर मजबूर हो गए है। हमको इन सबकी जड़ को खत्म करने पर ध्यान देना होगा। पेड़ पौधे लगाना और उनके बीच हमको रहना होगा। यही एकमात्र समाधान है क्लाइमेट चेंज (climate change) को रोकने का और लिविंग फेंस अर्थात् जीवित बाड़ इसमें हमारी बहुत मदद करेगा। आप भी जीवित बाड़ अपने फेंस (fence) मे लगाये यही मेरी माटी फार्म (Meri Mati Farm) की सलाह है एक खुशहाल जीवन जीने का। फिर मिलते है अगले आर्टिकल मे, नीचे कमैंट्स (comments) मे अपनी राय जरूर दे।