मेरी माटी के फलदार वृक्ष
(Meri Mati ke Phaldaar Vriksh)
मेरी माटी फार्म पर हम न केवल वनस्पतियों और जैव विविधता को संजोने का प्रयास कर रहे हैं, बल्कि ज़मीन पर फलदार वृक्षों की हरियाली भी ला रहे हैं। यह आर्टिकल आपको हमारी ज़मीन पर उगाए गए फ्रूटिंग प्लांट्स (fruiting plants) यानी फलदार वृक्षों की जानकारी देगा।
हम पहले ही अपने नेटिव प्लांट्स लेख में विस्तार से बता चुके हैं कि देसी पेड़-पौधे क्यों ज़रूरी हैं। यदि आपने वह लेख नहीं पढ़ा, तो ज़रूर पढ़ें। अब आइए जानते हैं मेरी माटी फार्म पर लगाए गए कुछ प्रमुख फलदार वृक्षों के बारे में।
🌳 कौन-कौन से फलदार वृक्ष लगाए हैं?
मेरी माटी में हमने आम, आंवला, अनार, केला, अमरूद, सीताफल, नींबू, अनानास और जामुन जैसे पौधे लगाए हैं।
इनमें से अधिकतर पौधों को हमने बीज से उगाया है। बीज से उगे पौधे प्राकृतिक रूप से अधिक मजबूत और टिकाऊ होते हैं, और उनका जीवनचक्र भी लंबा होता है। इसके विपरीत, नर्सरी से लाए गए पौधों में अक्सर कैमिकल्स का उपयोग होता है, जिससे वे कृत्रिम रूप से अच्छे दिखते हैं, लेकिन ज़मीन पर लगाने के बाद जल्दी सूख जाते हैं।
हम केवल प्राकृतिक खाद, जैसे कि गाय का गोबर, बकरी और मुर्गी का सूखा मल, आदि का ही उपयोग करते हैं। कैमिकल खादों से हम पूरी तरह परहेज करते हैं, क्योंकि ये पेड़-पौधों के साथ-साथ मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हैं।

🌿 जंगल-जैसी डेंस प्लांटेशन का मॉडल
हमने पेड़-पौधों के बीच दूरी रखने का पारंपरिक “स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल” नहीं अपनाया। जैसे-जैसे जंगलों में पेड़ खुद उगते हैं, वैसे ही हमने भी घना वृक्षारोपण किया है। हमारी सोच है — जैसा जंगल, वैसा फार्म।
जलवायु परिवर्तन के इस दौर में घने जंगल ही हमें बचा सकते हैं। हम देख रहे हैं कि जहाँ पहले सूखा पड़ता था वहाँ अब बाढ़ आ रही है, और जहाँ अच्छी बारिश होती थी, वहाँ अब सूखा पड़ रहा है। यह बदलाव प्राकृतिक चेतावनी है, और हमें इससे आँखें मूंदे नहीं रहना चाहिए।
🍃 देसी वैरायटी के फलदार वृक्ष क्यों?
मेरी माटी में लगाए गए सारे फलदार वृक्ष देसी वैरायटी के हैं — जैसे देसी आम, देसी जामुन, देसी आंवला आदि। देसी पेड़:
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नेटिव होते हैं – यानी स्थानीय मिट्टी और जलवायु के अनुरूप।
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कम देखभाल में पनपते हैं – पानी और खाद की कम ज़रूरत।
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गर्मी-सर्दी झेलने में सक्षम होते हैं।
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पौष्टिक फलों और पत्तियों का स्रोत होते हैं — औषधीय उपयोगों सहित।

🌱 फलदार वृक्षों के साथ जंगल के पौधे भी
हमने फलदार वृक्षों के साथ जंगल वैरायटी के पौधे भी लगाए हैं — जैसे पलाश (Sacred Tree)। विभिन्न किस्मों के पेड़-पौधे एक-दूसरे को छाया, पोषण और ज़मीन में मौजूद तत्वों के आदान-प्रदान के ज़रिए सहयोग करते हैं।
उदाहरण के लिए, कुछ पेड़-पौधे अपनी जड़ों से नाइट्रोजन छोड़ते हैं, जो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है। इस प्रक्रिया को नाइट्रोजन फिक्सेशन कहते हैं और ऐसे पौधों को नाइट्रोजन फिक्सिंग प्लांट्स कहा जाता है।
💚 अंतिम विचार
इस लेख में हमने केवल फलदार वृक्षों की सूची नहीं दी, बल्कि उनके पीछे की सोच और वैज्ञानिक समझ भी साझा की है। यह सिर्फ बागवानी नहीं, बल्कि प्राकृतिक जीवन के प्रति सम्मान और संरक्षण की पहल है।
हमारी माटी, हमारे फल, हमारी परंपरा।
अगले लेख में मिलेंगे एक और रोचक विषय के साथ।
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