अपने खेत या बग़ीचे को बनाएं मिनी जंगल: नेटिव पेड़ों से तैयार करें संपूर्ण इकोसिस्टम

अपने खेत या बग़ीचे को बनाएं मिनी जंगल: नेटिव पेड़ों से तैयार करें संपूर्ण इकोसिस्टम

🌿 "अपने खेत या बग़ीचे को बनाएं मिनी जंगल: नेटिव पेड़ों से तैयार करें संपूर्ण इकोसिस्टम" Native Trees Part-3 | By Meri Mati 🌱 परिचय: अब समय है एक पेड़…
घास – सबसे बढ़िया मिट्टी का आवरण

घास – सबसे बढ़िया मिट्टी का आवरण

जी हां आपने सही पढ़ा घास जिसे अंग्रेजी में ग्रास (grass) बोलते हैं, जिसके नाम से ही और जिसे देखते ही अक्सर शहरी लोग 'कचरा' या 'फालतू' जैसे शब्दों से…
वाटर बॉडीज – जरूरी है किसी भी इकोसिस्टम में

वाटर बॉडीज – जरूरी है किसी भी इकोसिस्टम में

अंग्रेजी में कहते हैं - 'वाटर इस लाइफ' अर्थात 'जल ही जीवन है'। जल से ही जीवन की उत्पत्ति हुई है। जल है तो पशु पक्षी जीवित रहेंगे, पेड़ पौधे…
मल्चिंग: विकल्प नहीं, जरुरत है !!

मल्चिंग: विकल्प नहीं, जरुरत है !!

मल्चिंग होती क्या है ? मल्चिंग से किसी भी गैर उपजाऊ या बंजर भूमि को उपजाऊ भूमि कैसे बनाये ? मल्चिंग क्यों जरुरत है क्लाइमेट चेंज से बचने के लिए…
मेरी माटी की सब्जियां

मेरी माटी की सब्जियां

इस आर्टिकल मे हम आपको सब्जियां जो हमने अपने मेरी माटी फार्म मे लगाए है उसके बारे मे बताएंगे। कौन सी सब्जियां हमने कैसे लगाए, ऑर्थोडॉक्स (orthodox) तरीके से नहीं…
मेरी माटी के फलदार वृक्ष

मेरी माटी के फलदार वृक्ष

इस आर्टिकल मे हम आपको अपने मेरी माटी फार्म मे जो फ्रुइटिंग प्लांट्स (fruiting plants) या फलदार वृक्ष लगाए है उसके बारे मे बताएंगे। हमने अपने नेटिव प्लांट्स (native plants)…
मुर्गी पालन: क्यों है जरुरी परमाकल्चर फार्म मे ?

मुर्गी पालन: क्यों है जरुरी परमाकल्चर फार्म मे ?

इस आर्टिकल मे हम आपको मुर्गी पालन के बारे मे तो बताएंगे ही पर ज्यादा महत्व हम देंगे - मुर्गी पालन का एग्रीकल्चर (agriculture) मे योगदान या क्यों जरुरी है…
मेरी माटी का लिविंग फेंस अर्थात् जीवित बाड़

मेरी माटी का लिविंग फेंस अर्थात् जीवित बाड़

🌿 मेरी माटी का लिविंग फेंस — अर्थात् जीवित बाड़ प्रकृति जब स्वयं रक्षा करना सिखा दे, तब वह बाड़ भी बनती है और आशीर्वाद भी। मेरी माटी फार्म पर…
मेरी माटी का जल संरक्षण: बरसात की हर बूँद का सम्मान

मेरी माटी का जल संरक्षण: बरसात की हर बूँद का सम्मान

🌊 मेरी माटी का जल संरक्षण: बरसात की हर बूँद का सम्मान जब मेरी माटी की ज़मीन हमने पहली बार देखी, वह पूरी तरह बंजर थी। ना कोई पेड़, ना…